गुरुग्राम: बिहार और हरियाणा की क्राइम ब्रांच ने मिलकर एक बड़ी कार्रवाई की है, जिसमें बिहार के कुख्यात गैंगस्टर सरोज राय को गुरुग्राम में पुलिस के साथ मुठभेड़ के दौरान मार गिराया गया। सरोज राय पर बिहार पुलिस ने दो लाख रुपये का इनाम रखा था और वह कई आपराधिक मामलों में शामिल था, जिनमें रंगदारी मांगने का मामला भी शामिल था।
मुठभेड़ की जानकारी: गुरुग्राम पुलिस को बिहार पुलिस से सूचना मिली थी कि सरोज राय गुरुग्राम में किसी आपराधिक वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहा है। इसके बाद पुलिस ने शहर में नाकाबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया। इस दौरान गुर्जर चौकी से बाइक पर सवार दो युवक पुलिस के पास से गुजरे। जब पुलिस ने उन्हें रुकने का इशारा किया, तो उन्होंने पुलिसकर्मियों पर गोली चला दी। इसके बाद पुलिस ने जवाबी फायरिंग की, जिसमें सरोज राय की मौत हो गई। मुठभेड़ में बिहार पुलिस का एक जवान भी घायल हुआ है और उसका इलाज अस्पताल में जारी है। राय का एक साथी भागने में सफल रहा।
बिहार पुलिस का रुख: सरोज राय पर बिहार के सीतामढ़ी जिले में जनता दल यूनाइटेड (JDU) के विधायक पंकज मिश्रा से रंगदारी मांगने का आरोप था, जिसके बाद वह बिहार पुलिस की एसटीएफ की हिट लिस्ट में आ गया था। वह बिहार से भागकर गुरुग्राम में छिपा हुआ था। पुलिस की कार्रवाई में उसकी मौत हो गई, और अब पुलिस जांच कर रही है कि क्या सरोज राय ने गुरुग्राम या हरियाणा के अन्य हिस्सों में कोई अपराध किया था।
गुरुग्राम पुलिस का बयान: गुरुग्राम के एसीपी वरुण दहिया ने कहा कि सरोज राय की मुठभेड़ में मौत हो चुकी है और पुलिस इस पूरे मामले की तफ्तीश में जुटी हुई है। पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि कहीं सरोज ने गुरुग्राम या अन्य इलाकों में कोई आपराधिक वारदात तो नहीं की थी।
यह कार्रवाई बिहार और हरियाणा पुलिस के समन्वय से की गई और इससे पुलिस विभाग ने अपराधियों के खिलाफ सख्ती का संदेश दिया है।