गुरुग्राम: गुरुग्राम पुलिस ने आखिरकार 17 नवंबर को लंबे समय से फरार चल रहे शातिर ट्रैक्टर चोर नखरुद्दीन उर्फ नखरू उर्फ नसरू को गिरफ्तार कर लिया। छह वर्षों तक पुलिस को चकमा देने वाला यह आरोपी गुरुग्राम और आसपास के इलाकों में करीब 30 ट्रैक्टर चोरी की वारदातों को अंजाम दे चुका था।
कैसे पकड़ में आया आरोपी?
अपराध शाखा फर्रुखनगर के प्रभारी उपनिरीक्षक दीपक कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने इस शातिर चोर को पकड़ने में सफलता हासिल की। गिरफ्तार करने के बाद आरोपी के कब्जे से 11 ट्रैक्टर और दो ट्रॉली बरामद की गईं। नखरुद्दीन चोरी किए गए ट्रैक्टरों के फर्जी कागजात बनाकर उन्हें उत्तर प्रदेश में 4 से 5 लाख रुपये में बेच देता था।
आरोपी का आपराधिक इतिहास
नखरुद्दीन, जो राजस्थान के भरतपुर जिले के भंडारा गांव का निवासी है, का आपराधिक इतिहास 2001 से शुरू हुआ।
2001: राजस्थान के कामा थाना क्षेत्र में बाइक चोरी।
2003: फरीदाबाद और नूंह (मेवात) में बाइक चोरी की वारदातें।
2012: राजस्थान के भरतपुर में लूट और अवैध हथियार रखने के मामले।
2015-16: गुरुग्राम, रेवाड़ी, धारूहेड़ा और नूंह जैसे क्षेत्रों में चोरी, लूट, और मारपीट की घटनाएं।
2018: गुरुग्राम पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया, लेकिन जमानत पर रिहा होने के बाद वह फरार हो गया और भगोड़ा घोषित कर दिया गया।
आरोपों की गंभीरता
नखरुद्दीन के खिलाफ गुरुग्राम में 17, फरीदाबाद में 2, और नूंह में 1 मामला दर्ज है। इसके अलावा राजस्थान में हत्या के प्रयास, शस्त्र अधिनियम, और लूट के नौ मामले दर्ज हैं।
शातिरता का नमूना
अनपढ़ होने के बावजूद नखरुद्दीन अपनी चोरियों को बड़ी सतर्कता से अंजाम देता था, जिससे लोगों को उसकी गतिविधियों की भनक तक नहीं लगती थी। पुलिस के अनुसार, नखरुद्दीन ने अपराध को एक संगठित व्यवसाय के रूप में चलाया, जहां वह चोरी किए गए वाहनों को बेचने के लिए एक नेटवर्क का इस्तेमाल करता था।
पुलिस की कार्रवाई
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने इलाके में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है और नखरुद्दीन के गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है। अधिकारियों का मानना है कि उसकी गिरफ्तारी से गुरुग्राम और आसपास के क्षेत्रों में वाहन चोरी की घटनाओं पर नियंत्रण पाने में मदद मिलेगी।
क्या कहती है पुलिस?
डीआईजी वाईएस रमेश ने कहा, "नखरुद्दीन की गिरफ्तारी गुरुग्राम पुलिस की बड़ी उपलब्धि है। हम मामले की पूरी जांच कर रहे हैं और आरोपी के नेटवर्क को खत्म करने की दिशा में काम कर रहे हैं।" इस घटना ने अपराध की जटिलता और पुलिस की चुनौतियों को उजागर किया है। नखरुद्दीन की गिरफ्तारी से ट्रैक्टर चोरी के गिरोह पर कड़ा प्रहार हुआ है, लेकिन पुलिस की असली परीक्षा इसके पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने में होगी।